Shree Bajrang Ban Path क्या है?
Shree Bajrang Ban Path भगवान श्री हनुमान को समर्पित एक शक्तिशाली प्रार्थना है। श्री हनुमान भक्ति और सेवा के प्रतीक हैं और प्रभु श्रीराम के सबसे बड़े भक्त माने जाते हैं। भगवान श्री हनुमान सर्वशक्तिमान, शक्ति से परिपूर्ण, पूर्णतः निडर और अपने कार्य के प्रति सदैव समर्पित रहते हैं। Shree Bajrang Ban का शाब्दिक अर्थ है ‘‘श्री हनुमान का बाण’’। मान्यता है कि जिस प्रकार एक बाण अपने लक्ष्य को अवश्य भेदता है, ठीक उसी प्रकार Shree Bajrang Ban Path करने वालों की भी बड़ी से बड़ी परेशानियाँ और संकट दूर हो जाते हैं। Shree Bajrang Ban Path नियम से प्रतिदिन करने वालों के मन के भीतर मानसिक शांति, स्पष्टता व आत्मविश्वास पैदा होता है।
Shree Bajrang Ban Path से होने वाले लाभ
स्वास्थ्य लाभ व भय से मुक्ति –
Shree Bajrang Ban Path प्रतिदिन करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है व भय दूर होता है, जिससे आत्मविश्वास और साहस में बढ़ोतरी होती है
सभी मनोकामनाओं की पूर्ति –
Shree Bajrang Ban Path प्रतिदिन करने से सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।
मानसिक शांति और स्पष्टता –
Shree Bajrang Ban Path प्रतिदिन करने से मन शांत होता है व एकाग्रता बढ़ती है।
नकारात्मकता दूर होती है –
Shree Bajrang Ban Path प्रतिदिन करने से नकारात्मकता दूर होती है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
अशुभ ग्रहों के दोष दूर होते हैं –
Shree Bajrang Ban Path प्रतिदिन करने से कुंडली में अशुभ ग्रहों के दोष दूर होते हैं।
वास्तुदोष का निवारण –
Shree Bajrang Ban Path प्रतिदिन करने से घर में किसी भी तरह का वास्तुदोष नष्ट हो जाता है।
शनि के प्रकोप से मुक्ति –
Shree Bajrang Ban Path प्रतिदिन करने से शनि के प्रकोप से मुक्ति मिलती है। श्री शनिदेव द्वारा श्री हनुमान जी को यह वरदान मिला था कि जो भी श्री हनुमान जी की पूजा व Shree Bajrang Ban Path का नित्य पाठ करेगा, उसे कभी भी शनि की दशा और साढ़ेसाती नहीं लगेगी। यह वरदान श्री शनिदेव जी द्वारा उनको रावण के कारावास से मुक्त कराने पर श्री हनुमान जी को मिला था।
Shree Bajrang Ban Path
का प्रथम दोहा
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
जय हनुमंत संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी।
जन के काज बिलंब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥
जैसे कूदि सधु महिपारा। सुरसा बदन पैठि बिस्तारा
आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुरलोका॥
जाय बिभीषन को सुख दीन्हा। सीता निरखि परमपद लीन्हा।
बाग उजारि सधु महँ बोरा। अति आतुर जमकातर तोरा॥
अक्षय कुमार मारि संहारा। लूम लपेटि लंक को जारा।
लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुरपुर नभ भई॥
अब बिलंब केहि कारन स्वामी। पा करहु उर अंतरयामी।
जय जय लखन प्रान के दाता। आतुर ह्वै दुख करहु निपाता॥
जै हनुमान जयति बल-सागर।
सुर-समूह-समरथ भट-नागर॥
ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले। बैरिहि मारु बज्र की कीले॥
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीस। ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा।
जय अंजनि कुमार बलवंता। शंकरसुवन बीर हनुमंता॥
बदन कराल काल-कुल-घालक।
राम सहाय सदा प्रतिपालक॥
भूत, प्रेत, पिसाच निसाचर। अगिन बेताल काल मारी मर॥
इन्हें मारु, तोहि सपथ राम की। राखु नाथ मरजाद नाम की।
सत्य होहु हरि सपथ पाइ कै। राम दूत धरु मारु धाइ कै॥
जय जय जय हनुमंत अगाधा।
दुख पावत जन केहि अपराधा॥
पूजा जप तप नेम अचारा। नह जानत कछु दास तुम्हारा॥
बन उपबन मग गिरि गृह माहीं। तुम्हरे बल हौं डरपत नाहीं।
जनकसुता हरि दास कहावौ। ताकी सपथ बिलंब न लावौ॥
जै जै जै धुनि होत अकासा। सुमिरत होय दुसह दुख नासा।
चरन पकरि, कर जोरि मनावौं।
यहि औसर अब केहि गोहरावौं॥
उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई। पायँ परौं, कर जोरि मनाई।
ॐ चं चं चं चं चपल चलंता। ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता॥
ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल।
ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल॥
अपने जन को तुरत उबारौ। सुमिरत होय आनंद हमारौ॥
यह बजरंग-बाण जेहि मारै। ताहि कहौ फिरि कवन उबारै।
पाठ करै बजरंग-बाण की। हनुमत रक्षा करै प्रान की॥
यह बजरंग बाण जो जापैं। तासों भूत-प्रेत सब कापैं।
धूप देय जो जपै हमेसा। ताके तन नह रहै कलेसा॥
Shree Bajrang Ban Path
का अंतिम दोहा
उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान।
बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान॥
सियावर रामचन्द्र जी की जय शरणम्

श्री हनुमान चालीसा की सबसे
शक्तिशाली चौपाई
The most Powerful Verse
of Shree Hanuman Chalisa
आपन तेज सम्हारो आपै, तीनों लोक हांक तें कापै।
भूत पिशाच निकट नहिं आवै, महावीर जब नाम सुनावै।।
आपके सिवाय आपके वेग को कोई नहीं रोक सकता,
आपकी गर्जना से तीनों लोक कांप जाते है।
जहाँ महावीर हनुमान जी का नाम सुनाया जाता है
वहाँ भूत, पिशाच पास भी नहीं भटक सकते।
नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा।
संकट तें हनुमान छुड़ावै, मन क्रम वचन ध्यान जो लावै।।
वीर हनुमान जी का निरंतर जप करने से सब रोग
चले जाते है और सब पीड़ा मिट जाती है। हे हनुमान जी
विचार करने में, कर्म करने में और बोलने में, जिनका ध्यान;
आप में रहता है, आप उनको संकटों से छुड़ाते है।
श्री हनुमान जी का पावरफुल मंत्र
Powerful Mantra of
Shree Hanuman Ji
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय
सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
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