इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट भी डाल रही सेहत पर बुरा असर
Electronic Cigarettes are also having a Bad Effect on Health
Tobacco Reduces Life तंबाकू का सेवन शरीर के लिए काफी हानिकारक होता है। ये सब जानते हुए भी काफी लोग इसका सेवन निःसंकोच कर रहे हैं। आज 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर हम आपको बताने वाले हैं कि तंबाकू का सेवन लोगों को कैसे इसका आदी बना रहा है। विभिन्न आँकड़ों की माने तो हर साल 1.35 मिलियन लोग तंबाकू सेवन की वजह से मरते हैं।
- तंबाकू किसी भी रूप में सेवन बन सकता है कैंसर का कारक
- रोज 18 से 20 सिगरेट पीने वालों के उम्र में 13 वर्ष की कमी
- तम्बाकू चबाने से हो सकता है सिर, गर्दन और मुख्यतय मुँह का कैंसर
तंबाकू का सेवन लोगों को इसका एडिक्ट बना देता है, फिर यह बीमार करता है और आखिर में मौत के आगोश में ले जाता है। तंबाकू की इस आदत से मानवजाति को बचाना है। यह वास्तव में जरूरी है क्योंकि 10 में से 9 स्मोकिंग करने वाले 18 साल की उम्र से पहले ही अपनी पहली सिगरेट पी चुके होते हैं। जब तक वे इसके साइड इफेक्ट को समझते हैं, तब तक वे एडिक्ट बन चुके होते हैं।
कैंसर इंस्टिट्यूट और रिसर्च सेंटर कहते है कि तम्बाकू किसी भी रूप में कैंसर का कारक हो सकता है, जिसमें मुँह, गले और फेफड़ों के साथ-साथ पेट, पैंक्रियाज, किडनी और यूरिनरी ब्लैडर जैसे अंग शामिल हैं। तम्बाकू चबाने से सिर और गर्दन खासकर मुँह का कैंसर हो सकता है, जबकि स्मोकिंग से फेफड़ों का कैंसर हो सकता है। फिर भी लोग तम्बाकू नहीं छोड़ पाते हैं। इसलिए, युवा और स्कूली बच्चों पर फोकस करना जरूरी है। उन्हें जागरूक करना जरूरी है। तम्बाकू के खिलाफ विज्ञापनों के बावजूद इसमें कोई बड़ी कमी नहीं आ रही है। हम अपने बच्चों को तम्बाकू का सेवन शुरू करने से रोकें।
Tobacco Reduces Life
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट भी है ज्यादा खतरनाक
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (भारत में प्रतिबंधित) जिसे सिगरेट पीने की आदत छुड़ाने में सहायक के तौर पर प्रचारित किया जाता है। असल में वह लत को और बढ़ा देता है। यूरोपीय देशों में 12.5 किशोर इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (Electronic Cigarette) का सेवन कर रहे हैं और यही बात अमेरिका में मिडिल और हाई स्कूल के बच्चों के लिए भी सच है। इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (वेपिंग) की लत युवाओं में तेजी से बढ़ रही है। बच्चे ई-सिगरेट जैसे आकर्षक इलेक्ट्रॉनिक नशे की लत में जल्दी पड़ जाते हैं। इसका प्रमुख कारण इन आधुनिक उपकरणों के निर्माताओं की ओर से अपनाई गई पैकेजिंग और विज्ञापन की नीति है।
गत 26 मई, 2024 को तेलंगाना सरकार (Telangana Government) ने गुटखा और पान मसाला पर राज्यव्यापी प्रतिबंध लागू किया है। जो एक सराहनीय कदम है। जब तक इन गुटखा बनाने वाले मेन्यूफेक्चरिंग पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा, तब तक हम इसे उपयोग करने वालों पर पाबंदी नहीं लगा सकते है। क्योंकि से उत्पाद छोटी-छोटी केबिनों से लेकर बड़ी-बड़ी दुकानों पर यह आसानी से मिल जाते है।
- Consumption of tobacco in any form can cause cancer
- The life expectancy of people who smoke 18 to 20 cigarettes daily is decreasing by 13 years
- Chewing tobacco can cause cancer of the head, neck and mainly mouth

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